मप्र बजट सत्र 25-26: मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद आज मंगलवार को बजट सत्र का दूसरा दिन शुरू हो गया है. आज बजट सत्र का दूसरा दिन काफी अहम है. आज आर्थिक सर्वेक्षण और दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया है. राज्यपाल मंगूभाई पटेल के अभिभाषण पर चर्चा भी हुई है. सत्र के दौरान विपक्ष ने घोटालों और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरा है. 

विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश

बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने अब तक कई अलग-अलग मुद्दों पर सदन में सरकार को घेरा है. साथ ही राज्यपाल मंगूभाई पटेल के अभिभाषण पर चर्चा हुई. वहीं सरकार की ओर से विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट भी पेश की गई है. वर्ष 2024-25 में जीएसडीपी में 11.05 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वर्ष 2023-24 में सीएसडीपी 13,53,809 करोड़ रुपए थी, जो 2024-25 में वर्तमान मूल्यों पर 15,03,395 रुपए हो गई है।

सदन में गरमाया बेरोजगारी का मुद्दा

सागर से भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि बेरोजगारी के मामले में मध्य प्रदेश सबसे नीचे है। यहां सबसे कम बेरोजगारी है। इस पर रीवा के सेमरिया विधायक अजय मिश्रा ने कहा कि बेरोजगारी को लेकर झूठ मत बोलो। इस मामले पर अन्य कांग्रेस विधायकों ने भी आवाज उठाई।

कांग्रेस पर विधानसभा के दुरुपयोग का आरोप

मंत्री विश्वास सारंग ने सत्र के दौरान कांग्रेस द्वारा अलग-अलग मामलों पर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मीडिया में छपने और फोटो खिंचवाने के लिए विधानसभा का दुरुपयोग कर रही है। ऐसा करना ठीक नहीं है। कांग्रेस को विधानसभा में चर्चा में हिस्सा लेना चाहिए। कांग्रेस नेता सिर्फ अखबार में छपने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा 

राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा भी उठा। यह मुद्दा विधायक जयवर्धन सिंह ने उठाया। विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में सात हजार शिक्षकों की कमी है। 

खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही सरकार-CM मोहन  

विधायक कंचन तनवे, सोहनलाल बाल्मीक और प्रदीप लारिया ने खेलों को लेकर सवाल पूछे। इस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि हमारी सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पंचायत-नगरीय क्षेत्रों में आयोजित होने वाली खेल गतिविधियों में समन्वय होगा। इसी आधार पर एक साथ खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। स्टेडियम के रखरखाव के लिए बजट की व्यवस्था की जा रही है।