अजमेर: अजमेर दरगाह विवादों के घेरे में आ गया है. इसको लेकर हिन्दू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से अजमेर कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. विष्णु गुप्ता याचिका के साथ एक खास सबूत पेश कर वहां पुरातत्व विभाग की ओर से सर्वे और हिन्दू धर्म स्थल पर पूजा की अनुमति मांगी थी. वहीं हाल में ही महाशिवरात्रि के मौके पर भी पूजा के लिए अनुमति मांगी गई थी. बता दें कि इस मामले में आज कोर्ट में सुनवाई होगी.

आज न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में होगी सुनवाई
अजमेर दरगाह में शिव मंदिर से जुड़े दावे का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मामले में आज न्यायिक मजिस्ट्रेट अजमेर पश्चिम की कोर्ट में सुनवाई होनी है. हिंदू सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने इस याचिका को दायर किया था. मामले में आज कोर्ट दोनों पक्षों से मामले में सुनवाई करेगा.

कोर्ट में सुनवाई के लिए नई तारीख संभव
लेकिन विजयनगर घटना के चलते अजमेर बार ने आज अजमेर बंद को अपना समर्थन दिया है. वकील आज कोर्ट में किसी भी मामले की पैरवी नहीं करेंगे. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि सुनवाई के लिए नई तारीख मिल सकती है. बता दें कि अजमेर दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करने वाले हिन्दू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से संशोधित वाद पेश किया गया था. 

मंदिर-मस्जिद विवाद समाज और देश हित के लिए सही नहीं
इस मामले में अजमेर शरीफ दरगाह के प्रमुख नसरुद्दीन भी बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा था कि यह एक नई परिपाटी आ गई है. हर कोई कही से भी उठकर आ जाता है और दरगाह व मस्जिद में मंदिर होने का दावा करने लगता है. यह परिपाटी समाज और देश हित के लिए सही नहीं है. आज हिंदुस्तान ग्लोबल ताकत बनने की ओर आगे बढ़ रहा है. लेकिन हम अब भी मंदिर-मस्जिद में फंसे हैं. ये सब सही नहीं है. अजमेर शरीफ की दरगाह का सवाल है तो इसका इतिहास 850 साल पुराना है.