दिल्ली: दिल्ली में जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए यह योजना बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है. यह न केवल यातायात की भीड़ कम करने में मदद करेगी, बल्कि दिल्लीवासियों को नया सफर करने का मौका भी देगी. अगर वॉटर टैक्सी और रोपवे योजना सफल होती है, तो यह दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर को नया रूप देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकता है. दिल्ली में जल परिवहन को बढ़ावा देने और पर्यटन को नया आयाम देने के लिए एनसीआर प्लानिंग बोर्ड (NCRPB) ने यमुना नदी में वॉटर टैक्सी चलाने की योजना बनाई है. इस परियोजना के तहत, दिल्ली से नोएडा तक वाटर टैक्सी सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है. इस महत्वाकांक्षी योजना से न सिर्फ परिवहन व्यवस्था को नया विकल्प मिलेगा, बल्कि यमुना को साफ करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित हो सकता है.

कैसा होगा वॉटर टैक्सी का रूट?
एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के प्रस्ताव के मुताबिक यमुना में चलने वाली वॉटर टैक्सी का रूट मदनपुर खादर से आईटीओ तक होगा. इस यात्रा के लिए दिल्ली में मदनपुर खादर, फिल्म सिटी, निजामुद्दीन और आईटीओ पर वाटर टैक्सी स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा. यह टैक्सी सेवा एक बार में 20 से 25 यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने में सक्षम होगी.

वाटर टैक्सी के लिए जलस्तर जरूरी
इस योजना को अमल में लाने के लिए यमुना में कम से कम 1 से 1.2 मीटर जलस्तर बनाए रखने की जरूरत होगी. इसके साथ ही, यमुना नदी के किनारे रिवर फ्रंट विकसित करने और जरूरी बुनियादी सुविधाओं को तैयार करने की भी आवश्यकता होगी. इस योजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए पहले जल सर्वे किया जाएगा और उसके बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जाएगी.

योजना से बढ़ेगा पर्यटन और रोजगार
यमुना में वॉटर टैक्सी शुरू होने से दिल्ली-NCR में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. पर्यटक इस नई सेवा के जरिए राजधानी के ऐतिहासिक और आधुनिक स्थलों को जल मार्ग से देखने का आनंद ले सकेंगे. इसके अलावा वॉटर टैक्सी से रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे, जिससे स्थानीय लोगों को फायदा मिलेगा. दिल्ली में चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने यमुना की सफाई को लेकर बड़े वादे किए थे. इस योजना को यमुना सफाई अभियान से भी जोड़ा जा रहा है. सरकार का मानना है कि अगर यमुना में वॉटर टैक्सी सेवा शुरू होती है, तो इससे लोगों का ध्यान यमुना की सफाई पर भी जाएगा और नदी को प्रदूषित करने वालों पर निगरानी भी बढ़ेगी.

पहले भी हो चुके हैं प्रयास
दिल्ली में इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और एलजी वीके सक्सेना ने वॉटर टैक्सी सेवा शुरू करने का प्रयास किया था, लेकिन तत्कालीन आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार से सहयोग न मिलने के कारण यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी. अब नई सरकार के साथ इस योजना को तेजी से लागू करने की उम्मीद जताई जा रही है. यमुना में वॉटर टैक्सी के अलावा दिल्ली में रोपवे सेवा की भी योजना बनाई जा रही है. दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) को यमुना नदी पर रोपवे और केबलवे विकसित करने के लिए स्थानों का सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया है. अगर यह योजना सफल होती है, तो यात्री केबल कार के जरिए यमुना के एक किनारे से दूसरे किनारे तक सफर कर सकेंगे.