खुशहाली बढ़ाता है फर्श का सही रंग
By MP News Express, 18 December, 2018, 6:15

वास्तु शास्त्र में दिशाओं के साथ-साथ रंगों के प्रभाव को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। सही रंगों का इस्तेमाल करने से घर में अच्छी ऊर्जा बनी रहती है। इसलिए घर की दीवारों का ही नहीं, बल्कि फर्श का रंग भी सोच-समझकर चुनना चाहिये। दिशा के अनुसार उचित रंग का फर्श खुशहाली की संभावना बढ़ाता है।
- पूर्व दिशा यदि ठीक हो तो घर के मुखिया पर इंद्र देव की कृपा रहती है। इसके अलावा यह दिशा सूर्य देव को भी समर्पित मानी गई है। वास्तु के अनुसार घर में इस दिशा का फर्श गहरे हरे रंग का होना चाहिए।
- पश्चिम दिशा लक्षमीजी का निवास मानी गयी है। इसलिए इस दिशा का दोष मुक्त होना बहुत जरूरी है। इस दिशा में अच्छी साफ-सफाई रखनी चाहिए। इस दिशा में फर्श का रंग सफेद होना चाहिए और बहुत ज्यादा डिजाइन नहीं होना चाहिए।
- उत्तर दिशा बेहद महत्वपूर्ण होती है। वास्तु-शास्त्र के अनुसार इस दिशा के सही होने से घर में खुशहाली आती है। उत्तर दिशा को ध्ान-कुबेर का स्थान माना जाता है। इस दिशा में गहरे काले रंग का पत्थर फर्श के तौर पर लगवाना चाहिए।
- दक्षिण दिशा नर्क की मानी जाती है। यहां के फर्श का रंग गहरा लाल होना चाहिए।
- उत्तर-पूर्व दिशा में भगवान शिव का वास माना गया है। शिवजी को आसमानी और नीला रंग बेहद पसंद है, इसलिए शिव पूजा में आसमानी रंगों का प्रयोग किया जाना शुभ माना गया है।
- दक्षिण-पूर्व दिशा ब्रह्मा जी की दिशा मानी गयी है। इस दिशा में बैंगनी रंग का फर्श होना शुभ माना जाता है।
- दक्षिण दिशा के स्वभाव से ठीक विपरीत दक्षिण-पश्चिम दिशा का स्वभाव है। इस दिशा में हल्के रंगों का इस्तेमाल सही माना गया है। यहां हल्के गुलाबी रंग का फर्श ठीक माना गया है।
- उत्तर-पश्चिम को वायु की दिशा माना जाता है। इसलिए इस दिशा की दीवारों, पर्दों और यहां तक फर्श का रंग भी ग्रे होना चाहिए। यह रंग इस दिशा के लिए सबसे शुभ माना गया है।